हास्य मानवता को वरदान
मानवता को वरदान
हास्य है मानवता को,
ईश्वर काअनमोल वरदान ।
प्रसन्नता मन में उल्लास भर देती ,
चिंता युक्त को चिंता रहित कर देती।
मौका मिले जब भी तुम्हें बस ,
खुल करके तुम हंँस लो यारृ
अपनी बाहतर हजार ,
नसनाडियों में खुशी का संचार कर लो ।
मौका मिला है तुम को,
मत भूलना हंँसना ,खिलखिलाना।
अपने और दूजे के जीवन में,
खुशियों के रंग भर दो अब।
एकसप्ताह क्यों मनाए हम हास्य दिवस
हम साल के बारह महीने
365 दिन 24 घंटे मनाते हैं हास्य दिवस
चलो आओ इसी बात पर
एक बार जोरदार ठहाका लगाते हैं
जीवन भर हंसने हंसाने की मुहिम चलाते हैं।
खुशियों की लहर सबके बीच फैलाते हैं।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
1.9.२०२२
दैनिक प्रतियोगिता हेतु
Seema Priyadarshini sahay
03-Sep-2022 02:15 PM
बहुत खूबसूरत
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Shnaya
02-Sep-2022 08:31 PM
बहुत खूब
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शताक्षी शर्मा
02-Sep-2022 03:35 PM
Nice
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